Varicocele या वैरिकोसील या वैरीकोसेल ? जानिए सर्जरी के बिना वैरीकोसेल का इलाज और दर्द से राहत पाने के तरीके !

09 June, 2021

Varicocele (वैरिकोसील) आमतोर पे कोई दिक्क्त नहीं करता है, लेकिन 30 प्रतिशत पीडितों को अंडकोष में बेचैनी, या तेज दर्द हो सकता है। प्रथम चरण (Grade 1 & 2) वैरिकोसील के दर्द से राहत पाने के कई तरीके हैं, जिसका पालन करने पर पीड़ित बेहतर महसूस करते हैं।

इस ब्लॉग (Blog) के जरिये मरीजों को Varicocele (वैरिकोसील) के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है।

 

Varicocele क्या है?

वैरिकोसील से लगभग 15% पुरुष ज़्यादा प्रभावित होते हैं। वैरिकोसील, नसो का एक असामान्य गुच्छा है, जो अंडकोष के अंदर धीरे धीरे विकसित होता है। यदि वैरिकोसील को अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो वैरिकोसील बढ़कर खतरनाक दर्द का कारण बन सकता है और कभी कभी तों संतानहीन (Infertility) जैसी गंभीर जटिलताओं का कारण भी बन जाता है।

Varicocele के लक्षण क्या हैं?

  • लंबे समय तक खड़े रहने पर या अधिक गतिविधि करने पर अंडकोष में दर्द महसूस होना।
  • अंडकोष के अंदर, नसो का गुच्छा महसूस होना।
  • प्रभावित अंडकोष में सूजन या भारीपन महसूस होना।
  • प्रजनन संबंधी समस्या होना। [संतानहीनता]

वैरिकोसील से पीड़ित मरीज़, जिन्हे दर्द, बेचैनी या बांझपन जैसी दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं, उन्हे उपचार जरूर कारवाना चाहिए ।

Varicocele का पता मरीजों को कैसे लगता हैं?

Varicocele का पता, शारीरिक जाँच के दौरान, अंडकोष के अल्ट्रासाउंड (Ultrasound or Sonography) करने से, या संतानहीनता (Infertility) कि जाँच – पड़ताल के दौरान लगता है। शारीरिक जाँच के दौरान आपके अंडकोष के अंदर, नसो का गुच्छा महसूस हो सकता है और एक अंडकोष दूसरे अंडकोष से बड़ा लगता है।

वैरिकोसील के उपचार का सही निर्णय लेने के लिए अंडकोश का अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) बहुत महत्वपूर्ण परीक्षण है।

वैरिकोसील की बीमारी का पता करने में और उसका इलाज करने में vascular specialists (संवहनी विशेषज्ञ) सक्षम होते हैं।Dr Virender Sheorain उनमें से एक है । Dr. Sheorain बिना ओपन सर्जरी के वैरिकोसील का उपचार करने में विश्व विख्यात है।

अगर आप समय रहते वैरिकोसील का इलाज नहीं करते है तो वैरिकोसील से क्या गंभीर जटिलताएँ आ सकती हैं ?

  • शुक्राणुओं की संख्या में कमी (Reduced sperm count)
  • अंडकोष का छोटा होना या सुकड़ जाना (Atrophy or shrinkage of testis)
  • संतानहीनता, बांझपन (Inferility)

अग्रिम और आधुनिक विधि से वेरीकोसील का सर्जरी के बिना इलाज क्या है ?

सर्जरी के बिना (गैर-शल्य) वेरीकोसील की समस्या से निजात दिलाने में एंबोलाइजेशन (Embolization) एक बहुत ही कामयाब और असरदार विदी है। इसमें मरीज को कुछ ही घंटों की डाक्टरी निगरानी में रखना पड़ता है। एंबोलाइजेशन के पश्चात, पेशेंट उसी दिन घर लौट सकते है और अपनी दिनचर्या भी शुरू कर सकते है।

एम्बोलाइजेशन (Embolization) के कई फायदे:

  • एम्बोलाइजेशन पूरी तरह से लोकल एनेस्थीसिया के तहत किया जाता है।
  • किसी भी हानिकारक बेहोश करने वाली दवाओं की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
  • रोगी पूरी तरह से होश में रहता है और कंप्यूटर स्क्रीन पर पूरी प्रक्रिया देख सकता है।
  • एम्बोलाइजेशन प्रक्रिया के दौरान कोई दर्द नहीं होता है।
  • कोई कट या निशान नहीं आता है।
  • उसी दिन अस्पताल से छुट्टी हो जाती है।
  • रोगी उसी दिन से सामान्य गतिविधि फिर से शुरू कर सकते हैं।
  • एम्बोलाइजेशन पूरी तरह से नस के भीतर से किया जाता है, इसलिए सर्जरी के विपरीत इसमें अनजाने में गोली को चोट का कोई खतरा नहीं है।
  • सफलता की दर सर्जरी से बेहतर है।
  • एम्बोलाइजेशन द्वारा असफल सर्जरी के कई मामलों का इलाज किया जाता है।
  • एम्बोलाइजेशन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि प्रत्येक चरण X-ray मैं देख कर किया जाता है और इसलिए इलाज का दर लगभग सौ प्रतिशत कामयाब होता है और साइडइफ़ेक्ट बिलकुल नहीं के बराबर होते है।

ओपन सर्जरी से क्या नुकसान हो सकते है ?

  • निजी और नाजुक जगह पर चीरे का गंदा निशान आ सकता है
  • सर्जरी के चीरे की जगह पर हमेशा के लिए दर्द बना रह सकता है
  • सर्जरी के दौरान Artery को चोट पहुंचने का खतरा रहता है और इससे गोली हमेशा के लिये ख़राब हो सकती है
  • ओपन सर्जरी के बाद बीमारी के दोबारा होने की बहुत अधिक संभावना होती है
  • ओपन सर्जरी के बाद आपको काफी दिनों तक आराम करना पड़ सकता है
  • ओपन सर्जरी के दौरान रक्त की हानि की उच्च संभावना होती है।

वेरीकोसील के सभी रोगियों के लिए एम्बोलिज़ेशन (embolization) के विशेषज्ञ, डॉ. वीरेंद्र श्योराण का उद्देश्य है की अनावश्यक सर्जरी न करवाए और एम्बोलिज़ेशन के बारे पे ज़्यादा से ज़्यादा जागरुकता पैदा करे।

डॉ. वीरेंद्र श्योराण से ओपीडी परामर्श के दौरान एम्बोलाइजेशन (embolization) के वास्तविक प्रक्रियात्मक चरणों को गहराई से समझाया जाएगा। गुड़गांव एवं नई दिल्ली स्थित मेदांता अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार, एंडोवस्कुलर स्पेशलिस्ट और इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ। वीरेंद्र श्योराण के अनुसार, वेरीकोसील एंबोलाइजेशन (varicocele embolization) एक गैर-सर्जिकल प्रक्रिया है जो varicocele के उपचार में बहुत प्रभावी है। उन्होंने एंबोलाइजेशन द्वारा 2500 से अधिक वेरीकोसील से पीड़ित रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है।

वेरीकोसील के सभी रोगियों को सलाह है कि वे अपनी समस्या से शर्मिंदा नहीं हों। डॉ। वीरेंद्र श्योराण (वैस्कुलर एंड इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विशेषज्ञ) जैसे विशेषज्ञ से परामर्श करें और अपनी समस्या और सर्वोत्तम उपचार विकल्पों के बारे में विस्तार से चर्चा करें।

यदि आप सर्जरी के बिना अपने वैरिकोसेले का इलाज करना चाह रहे हैं तो कृपया बेझिझक सलाह जरूर लें (veeru40395@gmail.com or send only whatsapp message to 9868887666 (कृपया इस नंबर पर कॉल न करें)

डॉ.वीरेंद्र श्योराण
मेदांता हॉस्पिटल
सेक्टर 38 गुड़गांव, भारत

 

“यदि हो सके तो अपने आप को ओपन सर्जरी के गंदे दिखने वाले निशान और जटिलताओं से बचाएं”

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